Details, Fiction and gangster shayari
दुश्मन को जलाना और दोस्त के लिए जान की बाज़ी लगानासाले धूल उड़ा नहीं सकते और हमें उड़ने की बात करते हैं..!मैं तो तुझे सरे बाज़ार में भी गो�
दुश्मन को जलाना और दोस्त के लिए जान की बाज़ी लगानासाले धूल उड़ा नहीं सकते और हमें उड़ने की बात करते हैं..!मैं तो तुझे सरे बाज़ार में भी गो�